हल्दीबारी न्यूज़ डेस्क : रूपनदेही में पेट्रोलियम भंडार गृह के निर्माण को लेकर काम तेजी से आगे बढ़ा है. प्रारंभ में गोदाम के निर्माण के लिए भूमि प्रबंधन का कार्य आगे बढ़ाया गया है।
ओमस्तिया और रोहिणी ग्रामीण नगर पालिका की सीमा पर रोहिणी नदी के तट पर एक भंडारण गृह बनाया जाएगा। जिसके लिए भूमि प्रबंधन का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है।
लुंबिनी राज्य स्तरीय पेट्रोलियम ईंधन भंडारण डिपो बनाने के लिए भूमि प्रबंधन का काम पिछले 31 मई से शुरू किया गया था। नेपाल ऑयल कॉरपोरेशन के उपनिदेशक और भंडारण निर्माण परियोजना के समन्वयक इंजीनियर प्रदीप यादव के मुताबिक, निर्माण स्थल पर ‘गैबिन’ और ‘रिटेनिंग’ दीवार लगाने का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
निर्माण स्थल पर रोहिणी नदी में बाढ़ से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए ‘गेबिन्स’ और ‘रिटेनिंग’ दीवारें बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। यादव ने कहा कि परियोजना के पहले चरण में भूमि प्रबंधन किया जाएगा और दूसरे चरण में भंडारण टैंक का निर्माण किया जाएगा।
निगम ने तीन ठेकेदारों के माध्यम से भण्डार गृह की भूमि प्रबंधन का कार्य जारी रखा है। यादव का कहना है कि हालांकि गोदाम निर्माण स्थल पर दीवार बनाने और जमीन की तैयारी का काम पिछले जून के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन रोहिणी में लगातार बारिश और बाढ़ के कारण इसमें देरी हुई।
निर्माण स्थल पर छह मीटर ऊंची 620 मीटर गेबियन और उत्तर की ओर 4.2 मीटर ऊंची 150 मीटर लंबी रिटेनिंग दीवार स्थापित की गई है। गोदाम को बाढ़ से बचाने के लिए परियोजना स्थल से लगभग 180 मीटर ऊपर एक और गेबियन दीवार भी लगाई गई है। निगम के अनुसार, पिछले 50 वर्षों में रोहिणी नदी में बाढ़ की स्थिति का आकलन करने के बाद तटबंध का निर्माण किया गया था।
एक माह के भीतर जमीन की सुरक्षा के लिए दीवार बनाने और मरम्मत का काम पूरा कर ‘परिसर’ का निर्माण शुरू करने की योजना है। करीब तीन अरब रुपये की लागत से गोदाम का निर्माण शुरू किया गया है।